कानपुर हिंसा के बाद प्रयागराज में अलर्टसड़को पर उतर कर डीएम,एसएसपी,ने सुरक्षा का लिया जायजा प्रयागराज कानपुर हिंसा के बाद का आज पहला शुक्रवार है। संगम नगरी प्रयागराज में भी आज मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की जानी है। कानपुर की घटना के मद्देनजर पूरे प्रदेश को आज अलर्ट पर रखा गया है। इसी के तहत प्रयागराज में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और पीएसी के साथ ही मजिस्ट्रेट भी टीम बनाकर लगातार गश्त कर रहे हैं । मस्जिदों के बाहर खास निगहबानी की जा रही है। पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारी खुद हालात पर नजर बनाए हुए हैं। इस तरीके के सुरक्षा इंतजाम किए जाने के दावे किए गए हैं, जिसके चलते नमाज के बाद कहीं भीड़ ना इकट्ठी होने पाए। कहीं किसी तरीके की कोई गड़बड़ी या हिंसा ना होने पाए।
प्रयागराज में प्रशासन ने 46 संदिग्धों की एक सूची तैयार की है। इन पर निगरानी के लिए डेढ़ सौ से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही लोगों को यह अल्टीमेटम भी दिया है कि अगर किसी ने गड़बड़ी की या कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश की तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रयागराज में जामा मस्जिद समेत तमाम प्रमुख मस्जिदों के बाहर सुबह से ही पुलिस के साथ पीएसी भी तैनात की गई है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी एहतियातन खड़ी की गई है। दंगा नियंत्रण वाहन लगातार घूम रहा है। प्रशासन ने शांति व्यवस्था के मद्देनजर धर्मगुरुओं से भी अपील कराई है। खुद शहर काजी कारी मकबूल ने ऑडियो संदेश जारी कर लोगों से शांति व अमन चैन बनाए रखने की अपील की है। जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अदा करने के बाद घर या काम पर वापस लौटने की नसीहत दी है।
शहर की जामा मस्जिद के बाहर का इलाका तो छावनी में तब्दील है। यहां सड़कों पर बैरिकेडिंग भी की गई है। प्रशासन का साफ कहना है कि सीसीटीवी कैमरों, खुफिया एजेंसियों व ड्रोन कैमरों के जरिए हर एक जगह की निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही लोगों को सोशल मीडिया पर भी कोई भड़काऊ या विवादित पोस्ट नहीं डालने की चेतावनी दी गई है। प्रशासन का कहना है कि अगर किसी वजह से माहौल खराब होता है तो इसके जिम्मेदार लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा।