मैं खाकी हूँ कविता की इन दिनों देश भर में जमकर हो रही है सराहना
वाराणसी में तैनात आईपीएस सुकीर्ती माधव ने कविता को लिखा है जबकि महाराष्ट्र के सीनियर आईपीएस विश्वास एन पाटिल ने कविता को अपने स्वर में सुनाया
यूपी कैडर के युवा आईपीएस अधिकारी की लिखी हुयी एक छोटी सी कविता मैं खाकी हूँ आज देश भऱ में लोगों की जुबान पर छा गयी है । वाराणसी में तैनात आईपीएस अधिकारी सुकीर्ति माधव की लिखी हुयी कविता मैं खाकी हूँ उस वक्त और ज्यादा प्रसिद्ध हो गयी जब महाराष्ट्र के सीनियर आईपीएस अधिकारी विश्वास एन पाटिल ने उसे गीत का रुप दे दिया । महाराष्ट्र में सीनियर आईपीएस ने अपनी जुबान में मैं खाकी हूं को गाया । दो आईपीएस अधिकारियों की जुगलबंदी से कविता से गीत बनी मैं खाकी हूँ जब सोशल मीडिया के जरिये लोगों के सामने आय़ी तो लगातार इसके प्रशंसक बढ़ने लगे । इन दिनों मैं खाकी हूं पुलिस वालों के साथ ही सोशल मीडिया से जुड़े आम लोगों की जुबान पर छा गयी है । लाग डाउन के दौर में पुलिस वालों को दिन रात ड्यूटी करते देखकर लोग उनके सम्मान में भी इस कविता को गाने लगे हैं ।